عنوان: अस्सलामु अलैकुम
हजरत सवाल ये है कि मैँ कपडे की तिजारत करता हूँ मेरा काम बहुत ही हल्का चलता है सुबह से लेकर 2-3 बजे तक फेरी करता हूँ लेकिन मेहनत भी कभी कभी वसूल भी नही होती है मेरे तीन बच्चे है बीवी है मुझे आप कोई वजीफा बता दे कि मेरा काम ठीक से चल जाए कर्ज भी मुझ पर है उसके लिए भी आप दुआए फरमाए के गैब से अदा होने के असबाब पैदा हो जाए नमाज पाबँदी के अदा करता हूँ
سوال: अस्सलामु अलैकुम
हजरत सवाल ये है कि मैँ कपडे की तिजारत करता हूँ मेरा काम बहुत ही हल्का चलता है सुबह से लेकर 2-3 बजे तक फेरी करता हूँ लेकिन मेहनत भी कभी कभी वसूल भी नही होती है मेरे तीन बच्चे है बीवी है मुझे आप कोई वजीफा बता दे कि मेरा काम ठीक से चल जाए कर्ज भी मुझ पर है उसके लिए भी आप दुआए फरमाए के गैब से अदा होने के असबाब पैदा हो जाए नमाज पाबँदी के अदा करता हूँ
جواب نمبر: 2953131-Aug-2020 : تاریخ اشاعت
بسم الله الرحمن الرحيم
فتوی(ھ): 277=197-2/1432
تجارت میں ہمہ اوقات احکامِ شریعت مطہرہ کو ملحوظ رکھیں، ہرنماز کے بعد اور سونے سے قبل سات سات مرتبہ اول وآخر درود شریف (جو نماز کے قعدہٴ اخیرہ میں پڑھی جاتی ہے) اور درمیان میں سات دفعہ سورہٴ قریش پڑھا کریں، نیز دو رکعت صلاة الحاجة نفل پڑھ کر اللّٰہُمَّ أَکْفِنِيْ بِحَلاَلِکَ عَنْ حَرَامِکَ وَ أَغْنِنِيْ بِفَضْلِکَ عَمَّنْ سِوَاکَ اکیس مرتبہ اول و آخر سات سات دفعہ درود شریف دن یا رات میں کسی وقت پڑھ کر دعائے خصوصی کا اہتمام کرتے رہیں، اللہ پاک سعادت دارین کی دولت سے نوازے او رتمام مکارہ سے محفوظ رکھے۔آمین
واللہ تعالیٰ اعلم
دارالافتاء،
دارالعلوم دیوبند