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    Question ID: 400569Country: INDIA

    Title: क्या दुकानों को बंद करवा कर और मुसाफिरों को रोक कर जनाज़े की नमाज़ अदा करना दुरुस्त है?

    Question: सड़क के एक किनारे ज़ैद, खालिद, बकर की दुकानें हैं और दूसरे किनारेमस्जिद है। मुहल्ले में किसी की मय्यत होती है तो जनाज़े की नमाज़ दुकानों के सामनेअदा की जाती है। सवाल यह है कि जब तक जनाज़े की नमाज़ मुकम्मल नहीं हो जाती ज़ैद, खालिद, बकर को दुकानें बंद रखना पड़ता है साथ ही मुसाफिरों के आमद ओ रफ्त में भीकाफी दिक्कतें होती हैं । तो क्या दुकानों को बंद करवा कर और मुसाफिरों को रोक करजनाज़े की नमाज़ अदा करना दुरुस्त है?

    Answer ID: 400569Posted on: 25-Oct-2021

    Fatwa ID: 236-189/B=03/1443

     जनाज़े की नमाज़ के लिये राहगीरों (मुसाफिरों) को रोक कर नमाज़े जनाज़ा पढ़ना या दुकानदारों की दुकानें बंद कराके जनाज़े की नमाज़ पढ़ना दुरुस्त नहीं। लोगों को हर मय्यत के जनाज़े के लिये तकलीफ़ पहुंचाना इस्लाम की तालीमात के खिलाफ है। नमाज़े जनाज़ा किसी और मैदान में पढ़ें या उसके लिये कोई मुस्तक़िल जगह खरीद कर वहां जनाज़ा-गाह बनाएं। और वहीं नामज़े जनाज़ा पढ़ा करें।

    Darul Ifta,

    Darul Uloom Deoband, India